भारतीय जनता पार्टी - मज़बूत, स्थिर, समावेशी एवं समृद्धशाली भारत के लिए

भारतीय जनता पार्टी भारत में सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है जो देश के सभी हिस्सों में सक्रिय है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाली तीन दशकों में पहली पार्टी बन गई। यह पहली बार था कि किसी गैर-कांग्रेसी पार्टी ने यह उपलब्धि हासिल की।

26 मई 2014 को श्री नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके नेतृत्व में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार किसानों, गरीबों, वंचितों, युवाओं, महिलाओं एवं नव-मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करते हुए समावेशी और विकासोन्मुखी शासन की दिशा में आगे बढ़ रही है।

1980 में भारतीय इतिहास का एक नया अध्याय लिखा गया। इस वर्ष श्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ। भाजपा के गठन से पहले भारतीय जनसंघ राष्ट्रीय राजनीति में 1950, 60 और 70 के दशक में सक्रिय रहा था और इसके नेता डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी स्वाधीन भारत की प्रथम कैबिनेट के सदस्य रहे थे। श्री मोरारजी देसाई के नेतृत्व में वर्ष 1977 से 1979 तक चली जनता पार्टी की सरकार में जनसंघ की अहम भूमिका थी। यह भारत के इतिहास में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार थी।

हमारी प्राचीन संस्कृति और लोकनीति से प्रेरित भाजपा एक मजबूत, आत्मनिर्भर, समावेशी और समृद्ध भारत बनाने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ है। पार्टी पंडित दीन दयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित ‘एकात्म मानवतावाद’ की सोच से अत्यंत प्रेरित रही है। भाजपा को भारतीय समाज के हर वर्ग, विशेष रूप से भारत के युवाओं का लगातार समर्थन मिल रहा है।

इतने कम समय में भाजपा भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में बड़ी ताकत बन कर उभरी। वर्ष 1984 में (स्थापना के मात्र 9 वर्षों में) मात्र 2 सीट जीतने वाली पार्टी ने 1989 में 86 सीटों पर विजय प्राप्त की और भाजपा गैर–कांग्रेसी राजनीति की केंद्र बिंदु बन गई और परिणामस्वरूप नेशनल फ्रंट का गठन हुआ जो 1989–90 में भारत में सत्ता में रही। 1990 के पश्चात भाजपा ने कई राज्यों में सरकार का गठन किया। वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी देश की संसद में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में आ चुकी थी जो किसी भी नई पार्टी के लिए उल्लेखनीय प्रगति है।

वर्ष 1996 में श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। श्री वाजपेयी ऐसे प्रथम प्रधानमंत्री थे जो पूरी तरह गैर-कांग्रेसी पृष्ठभूमि के थे। 1998 और 1999 के चुनाव में भाजपा को जनता का जनादेश मिला और भाजपा ने श्री वाजपेयी के नेतृत्व में 1998 से 2004 तक छह साल देश के शासन की बागडोर संभाली। श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए सरकार को अभी भी इसकी विकास संबंधी विभिन्न पहल के लिए याद किया जाता है जो भारत को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले गया।

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करते श्री अटल बिहारी वाजपेयी

श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 1987 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा एवं मात्र एक वर्ष में वे गुजरात राज्य भाजपा के महासचिव बने। अपने संगठनात्मक कौशल के बल पर उन्होंने 1987 में राज्य में ‘न्याय यात्रा’ और 1989 में ‘लोक शक्ति यात्रा’ का आयोजन किया। इन प्रयासों से वर्ष 1990 में पहली बार गुजरात में अल्प अवधि के लिए भाजपा की सरकार का गठन हुआ और फिर 1995 से आज तक वहां भाजपा शासन में है। वर्ष 1995 में श्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के पद पर नियुक्त किया गया एवं 1998 में संगठन के सबसे महत्वपूर्ण पद राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी गई। तीन वर्ष बाद 2001 में पार्टी ने उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी दी। वे 2002, 2007 एवं 2012 में पुनः मुख्यमंत्री चुने गए।

वर्तमान में कई राज्यों में सरकार का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के हाथ में है और कई अन्य राज्यों में प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका निभा रही है। भाजपा एनडीए का एक अंग है और पंजाब, महाराष्ट्र एवं आंध्र प्रदेश में प्रमुख सहयोगियों के साथ सत्ता में है। एनडीए एक विशाल और विविधताओं से पूर्ण गठबंधन रहा है और भारत की विविधता और जीवंत क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।

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